Sarson Teji Mandi Report March 2024: नमस्कार किसान भाइयों और बहनों, आपके साथ सरसों की हालत पर चर्चा करने के लिए हम यहाँ पहुँचे हैं। आज की सरसों सप्ताहिक रिपोर्ट 2024 के अनुसार, बाजार में सरसों की स्थिति कैसी है, इस पर विचार किया जा रहा है।
सरसों का भाव और मार्केट की चुनौतियों के बारे में हम आपको यहाँ जानकारी प्रदान करेंगे। सरसों में तेजी या मंदी की संभावनाएं भी हम इस रिपोर्ट में देखेंगे। Sarso report 2024 का विश्लेषण नीचे दिया गया है, तो चलिए आगे बढ़ते हैं।
क्या रही पिछले हफ्ते की स्थिति Sarson Teji Mandi Report
Sarson Teji Mandi Report पिछले सप्ताह, जयपुर में सरसों का भाव सोमवार को 5325/5400 रुपये पर खुला और शनिवार को 5450 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह में सरसों में मांग की वजह से प्रति क्विंटल का दाम मजबूत रहा, लेकिन बुरे मौसम की खबरें आने के कारण, सरसों और सरसों तेल में बीते हफ्ते में मजबूती आई।
मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि हुआ, जिससे कई जिलों में सरसों की फसल को नुकसान हुआ। अनुमान के मुताबिक, बारिश और ओलावृष्टि के कारण कुल उत्पादन में 3-5% की गिरावट हो सकती है। इस वर्ष, सरसों की बुवाई 100 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में हुई है।
भारत में सरसों का औसत उत्पादन लगभग 1213 किलो/हेक्टेयर है। औसत उत्पादन और कुल बुवाई के आधार पर, कुल उत्पादन का अनुमान लगभग 121.72 लाख टन है। अगर हम मौसम के नुकसान को 3-5% के रूप में मानें, तो कुल उत्पादन लगभग 115 लाख टन के आसपास हो सकता है।
कैसी रहेगी आने वाले समय मे तेजी मंदी
Sarson Teji Mandi Report उत्पादन में वृद्धि और 13.5 लाख टन कैरीं फॉरवर्ड स्टॉक को जोड़कर, कुल स्टॉक पिछले वर्ष से काफी अधिक होगा। मंडियों में वर्तमान में सरसों के दाम एमएसपी से काफी कम हैं। इस संदर्भ में, किसानों की बिक्री की प्रवृत्ति और सरकारी खरीद पर सरसों की बाजारी मांदी पर निर्भरता है।
मौसम के खराब होने के कारण, अगले 1-2 सप्ताहों में आवक कमजोर रहेगी। मौसम सुधारने पर, सरसों की आवक 13-15 लाख बोरी तक पहुंचने का अनुमान है, जिससे सरसों की बाजारी स्थिरता की दिशा में अस्पष्टता बनी रहेगी। जयपुर के कंडीशन में, सरसों के दाम 5900-6000 के करीब से घट सकते हैं।
सरसों की सप्लाई डिमांड और वैश्विक बाजार में अन्य फसलों के उत्पादन और तेलों की मांग के मद्देनजर, सरसों की बाजारी में अभी भी 300-350 रुपये की गिरावट का खतरा है। सरसों की लक्ष्य दर 5000-5050 (जयपुर) का अभी भी स्थिर है, लेकिन अगर सरकार जल्द खरीद नहीं शुरू करती है, तो इसमें बदलाव आ सकता है।