Sarso Teji Mandi Report 14-03-2024 : किसान साथियों, KisanEkta.in पर हमेशा देखा जाता है कि फसलों के भाव सीजन के अनुसार बदलते रहते हैं। यहाँ तक कि एक ही फसल के भीतर भी इस अंतर को देखा जा सकता है।
सामान्यत: सीजन के दौरान जब फसलों की कटाई होती है, तो उनके भाव में कमी आती है क्योंकि उत्पादन में वृद्धि होती है। हालांकि, यदि किसानों के पास फसल की कमी की संभावना हो, तो भाव ऊपर की ओर बढ़ सकते हैं।
धान, गेहूं, सरसों, चना और लहसुन के मामले में, हम इस उतार-चढ़ाव को अनुभव कर चुके हैं। अन्यथा, आमतौर पर, जब किसान के पास फसल होती है, तो उसे फसल के भाव न्यूनतम स्तर पर ही देखने को मिलते हैं…
क्या रहा है ताजा मार्केट अपडेट, यह पढ़ें Sarso Teji Mandi Report
Sarso Teji Mandi Report किसान साथियों, बाजार की हलचल देखते हुए, बुधवार को चौंकाने वाली बात यह रही कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सरसों में तेजी दिखाई दी। जयपुर में सरसों के भाव में 50 रुपये की तेजी आई और रेट 5525 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गए।
भरतपुर में भी 31 रुपये की तेजी आई और रेट 5121 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गए। दिल्ली के लॉरेंस रोड और चरखी दादरी में सरसों के भाव क्रमशः 5400 और 5350 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंचे, लेकिन मंडियों में 40 लैब के भाव 5250 से ऊपर नहीं गए।
रेवाड़ी में 40 लैब सरसों के भाव 5270 रुपये और भिवानी में 5225 रुपए के रेट रहे। सीज़न के पीक के कारण सरसों की आवक 14 लाख बोरी तक पहुंची, जबकि पिछले कारोबारी दिनों में यह 13 लाख बोरी थी।
प्लांट पर सरसों बिक रही महंगी Sarso Teji Mandi Report
Sarso Teji Mandi Report यदि किसान साथियों ने ब्रांडेड तेल मिलों के भाव की चर्चा की हो, तो सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव में एक तेजी आई है, जिससे रेट 5950 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुँच गए हैं। गोयल कोटा प्लांट पर सरसों का मूल्य 5300 तक पहुँचा।
अडानी विल्मर प्लांट पर सरसों के भाव में 125 रुपये की तेजी आई और रेट 5425 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुँच गए। इसके अलावा, रुचि प्लांट ने भी सरसों के भाव में 50 रुपये तक की वृद्धि की है।
ये हैं विदेशी खाद्य तेल बाजार के हाल
Sarso Teji Mandi Report किसान साथियों, यदि हम विदेशी बाजारों की दिशा में देखें, तो हमें पाम तेल के बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव दिख रहा है। मलेशिया में, पाम तेल के वायदा बाजार लंबे समय के बाद 4200 रिंगिट से भी पार हो गया है।
बुधवार को KLC पर पाम तेल 4212 रुपये पर बंद हुआ, जिसमें 17 रिंगिट प्रति टन की तेजी देखी गई है। अमेरिका के शिकागो में CBOT पर सोया तेल के भाव में भी लगातार सुधार दिख रहा है, और यह जल्दी ही 49 के स्तर को पार कर सकता है। मलेशिया में पाम में सुधार होने के पीछे कुछ खास कारण हैं, जैसे लाल सागर का विवाद, और उत्पादन में संभावित कमी।
चीन में पाम तेल की बढ़ती डिमांड भी पाम तेल के बाजार को सपोर्ट कर रही है। जाने माने जागरूकता बढ़ाने वाले विशेषज्ञ दोराब मिस्त्री के अनुसार, उत्पादन की घटाव को देखते हुए पाम तेल के भाव 4500 के स्तर को भी पार कर सकते हैं।
ऐसा रहा इस हफ्ते का ट्रेंड
Sarso Teji Mandi Report किसान साथियों, चर्चा तो मलेशिया के पाम तेल के बाजार में गर्म है, जहां यह बड़े दिनों बाद 4000 रिंगित के पार पहुंच गया है! लेकिन यहाँ, हमारे भारतीय बाजार अभी भी उसे पूरी तरह से अवलोकित नहीं कर रहे हैं।
भरतपुर के बाजार में जब बाजार चलता है, तो वह 10-20 रुपये तक ही बढ़ता है, लेकिन जब गिरता है, तो सीधे 50 रुपये तक नीचे आ जाता है! यहाँ बाजार में आवक की दबाव और संघर्ष दिखता है, जो एक बड़ी मजबूती की कमी का संकेत है।
जयपुर में भी भाव 5650 के पार नहीं जा पा रहे हैं, जो कि और एक चेतावनी है कि बाजार में स्थिरता अभी तक नहीं है। इससे स्पष्ट होता है कि भारत में हम अभी भी विदेशी तेलों की भरपूर आवश्यकता के संग हैं।
अगर विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों के भाव बढ़ रहे हैं, तो हो सकता है कि हमारे भारतीय बाजार में भी सरसों के भाव उन्हें पीछे छोड़ दें। लेकिन यह इसके लिए हमें थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा!
क्या सरसों रोके या बेचें
Sarso Teji Mandi Report किसान साथियों, इस बार सरसों की बारीकी से बात करें तो, यह साल बड़ी फसल की उम्मीद है और पिछले साल के इस्तेमाल में कोई बड़ी गाड़ी नहीं हुई है। यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण कारण है कि इस समय सरसों की आवक पिछले साल के मुकाबले बड़ी हो गई है।
1 अप्रैल से सरसों की सरकारी खरीद शुरू होने वाली है। इससे सरसों के भावों में कुछ राहत मिल सकती है। लेकिन सरसों का MSP 5650 रुपये प्रति क्विंटल है जिसके लिए अभी तक कोई बड़ी बदलाव देखने की संभावना नहीं है।
सरसों के भावों को 6000 के पार जाने के लिए, मलेशिया में पाम तेल के भावों को 4500 रिंगित प्रति टन के स्तर को पार करना होगा। हालांकि, यहाँ तक कि यह आने में काफी समय लग सकता है। लोकसभा चुनाव के बाद सरकार महंगाई पर कसे गए शिकंजे को थोड़ा ढीला कर सकती है, जिससे खाद्य तेलों के भावों में उछलने की संभावना है।
बस अगले एक महीने में यह बात स्पष्ट होगी कि सरसों के भाव में कितना उछलन है। अगर पाम में तेजी बनी रही, तो सरसों को अधिक दबाव नहीं महसूस होगा, और भाव में 100-200 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है।
तो साथियों, आपको ताजा मंडी भावों की हर खबर को समय से Sarso Teji Mandi Report को अपडेट करते रहना हमारी वेबसाईट kisanekta.in का दायित्व है, लेकिन बाजार में व्यापार करते समय, अपने विवेक का प्रयोग हमेशा करें।