Dairy udyamita Vikas Yojana: भारत एक कृषि प्रधान देश है जिसमे आज भी इसकी एक बहुत बड़ी जनसंख्या खेती और पशुपालन के कार्य और इसके व्यापार पर निर्भर है। मगर यह कृषि व्यापार और कृषि कार्य मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र में किया जाता है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के किसानों नई योजनाओ की जानकारी सही सूचना की कमी के कारण इस कार्य से अधिक फायदा नहीं ले पा रहे है। अब भारत सरकार द्वारा कृषि के साथ पशुपालन के क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए दूध डेयरी के व्यापार हेतु लोन और सब्सिडी देने के लिए डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) की भारत में शुरुआत की है।
किसान भाईयों, जैसे की आप जानते हैं की भारत के गांवों मे हर घर मे पशुपालन कीया जाता है, लेकिन डेयरी का काम नहीं। देश में पशुपालन और डेयरी को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) का आरम्भ किया है | इस शानदार योजना के अन्तर्गत भारत के पशुपालको को गाय और भैंस खरीदने तथा उन्हें पालने और डेयरी का का करने के लिए सरकार द्वारा बिना कुछ गिरवी रखे लोन प्रदान किया जायेगा |
राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड NABARD) के माध्यम से शुरू की गई डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के लिए केंद्र सरकार के डेयरी विकास मंत्रालय द्वारा सिर्फ वर्ष 2019-20 के लिए लगभग 325 करोड़ रुपये का कुल बजट आवंटित किया गया है।
क्या है डेयरी उद्यमिता विकास योजना (What is Dairy Udyamita Vikas Yojana) ?
किसान भाईयों हम अपने प्यारे देश भारत, जिसको हम गाँवों का देश कहते हैं। हमारा प्यार भारत देश एक कृषि प्रधान और पशुपालन आधारित देश है। हमारे देश के अधिकतर लोग छोटे शहरों या गाँवों में रहते है। हमारे प्यारे गांवों जनता अधिकांश खेती, किसानी और पशुपालन से ही अपना घर परिवार चलाती है।
हालांकि, आज भी हमारे देश के गांवों में पशुपालन और खेती का काम पुराने तरीके से होता है। गाँवों में कुछ ही लोग पशुपालन बड़े स्तर पर करते हैं और अपने पशुओं दूध बेचते हैं।
हमारी सरकार का मानना है कि अगर हम किसान भाई दूध के काम को डेयरी व्यापार के रूप में शुरू करें, तो इससे ना सिर्फ ज्यादा मुनाफा कमाएंगे बल्कि यह बहुत से लोगों को रोजगार का अवसर भी पैदा करके देंगे। किसान भाईयों लगभग हर सामान्य गाँव में, लगभग हर व्यक्ति के पास कुछ पालतू पशु गाय और भैंस आदि तो होते ही हैं।
अब हमारी भारत सरकार ना केवल गाय और भैंस की देखभाल के लिए ऋण देगी। भारत सरकार अब किसानों और पशुपालकों को दी जाने वाली ऋण राशि का 33% तक सब्सिडी भी प्रदान करेगी।
अगर आपके पास गाय या भैंस है, आप भी पशुपालक हैं और आप दूध बेचने का सोच रहे हैं, तो आप इस डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) से लाभ उठा सकते हैं। यह डेयरी उद्यमिता विकास योजना नाबार्ड या राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक द्वारा शुरू की गई है।
इस योजना के अंतर्गत, आपको डेयरी व्यापार के लिए लिए गए लोन पर 33% की सब्सिडी मिलेगी। इससे आप अपने व्यापार को बेहतर बना सकते हैं और अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। अगर आप पहले से व्यापार कर रहे हैं तो यह डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) आपकी डेयरी के कारोबार को और अच्छा बनाने में मदद कर सकती है।
क्या है डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के लिए पात्रता ?
डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के लिए आवेदन apply करने के लिए आपको कुछ मानक पात्रता पूरी करनी होंगी, जिन्हें नीचे लिस्ट मे बताया गया है:
- डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) का लाभ प्राप्त करने वाले परिवारों को छोड़कर, इसका लाभ किसी अन्य संस्था को केवल एक बार ही मिल सकता है।
- अगर परिवार के सदस्य अलग-अलग इलाकों में डेयरी व्यापार शुरू कर रहे हैं, तो प्रत्येक सदस्य को अलग-अलग रूप से डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) का लाभ मिलेगा।
- एक ही परिवार के 1 से अधिक लोग डेयरी व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो उनके व्यापार स्थानों (डेयरी) के बीच कम से कम 500 मीटर की दूरी जरूर होनी चाहिए।
- आवेदन कर्ता किसान भाई के पास कम से कम 2 दुधारू पशु होने चाहिए।
- इस डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के अंतर्गत, आवेदन कर्ता कम से कम 10 दुधारू पशु रख सकते हैं।
- जनरल कैटेगरी के लोगों के मुकाबले एससी एसटी वर्ग के लोगों को अधिक सब्सिडी दी जाएगी।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के लाभ
अगर आप हमारे द्वारा ऊपर दी गई जानकारी के अनुसार डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के तहत अपना डेयरी व्यापार शुरू करना चाहते हैं, तो सरकार आपको ये सभी सुविधाएं प्रदान करेगी:
- नाबार्ड बैंक (राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक) से ₹700,000 तक का लोन लेने पर, उसका 33% का हिस्सा केंद्र सरकार सब्सिडी के रूप में प्रदान करेगी।
- नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी के द्वारा किसी MSME कारोबारी को बिना किसी गिरवी के ₹7,50,000 तक का लोन मिल सकता है।
- दो दुधारू पशुओं के लिए यदि कोई व्यक्ति डेरी व्यापार शुरू करना चाहता है, तो सरकार उसे ₹35,000 की सब्सिडी प्रदान करेगी।
- एससी-एसटी वर्ग के व्यक्ति को जब वह दो दुधारू पशुओं पर डेरी व्यापार शुरू करता है, तो उसे सरकार से ₹46,000 की सब्सिडी मिलेगी।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के लिए आवेदन करने के लिए इन आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत होती है:
- आधार कार्ड या कोई भी सरकारी आईडेंटिटी प्रूफ
- आपके बैंक का सिविल CIBIL रिपोर्ट
- जिस जमीन पर आप डेरी व्यापार शुरू करना चाहते हैं, उस जमीन के कागज
- जो आवेदन कर रहे हैं उनका जाति प्रमाण पत्र
- आपके भरे गए इनकम टैक्स रिटर्न का कागज
- आप जिस तरह का डेरी व्यापार शुरू करना चाहते हैं, उसका प्रोजेक्ट रिपोर्ट
इसके अलावा, यह सुनिश्चित करें कि आपके पास सभी आवश्यक दस्तावेज सही और पूरे हैं, ताकि आपका आवेदन सही तरीके से प्रस्तुत हो सके।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) का लाभ आपको कहां से मिलेगा ?
आप ऑनलाइन आवेदन करके डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के अंतर्गत सरकार से डेयरी व्यापार के लिए लोन प्राप्त कर सकते हैं, और इसके लिए आप इन संस्थानों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं:
- Non-Banking Financial Company for MSME (माइक्रो, स्मॉल, और मीडियम एंटरप्राइजेस के लिए) व्यापारी: एमएसएमई व्यापारियों के लिए कुछ नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी आपको लोन दे सकती हैं।
- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक: क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकें भी ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बहुत सारी योजनाओं के तहत लोन दे सकती हैं।
- कमर्शियल बैंक: बहुत सारे कमर्शियल बैंकें भी उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाओं के तहत आपको लोन दे सकती हैं।
- सहकारी बैंक: सहकारी बैंकें भी उद्यमिता को समर्थन करने के लिए विभिन्न स्कीमें प्रदान कर सकती हैं और उच्च ब्याज दरों के साथ लोन दे सकती हैं।
- नाबार्ड बैंक: नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत लोन प्रदान कर सकता है।
- अन्य संस्थान जिनका नाबार्ड से संपर्क हो: कुछ और संगठन भी नाबार्ड से संपर्क करके उद्यमिता को समर्थन प्रदान कर सकते हैं और लोन प्रदान कर सकते हैं।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के लिए ऑनलाइन आवेदन Online Apply कैसे करें
आप डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के लिए ऑनलाइन आवेदन Online Apply करने के लिए निम्नलिखित निर्देशों का अनुसरण कर सकते हैं:
Step 1: नाबार्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
Step 2: वेबसाइट पर जाने के बाद, “govt sponsored scheme” विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद, एक नई स्क्रीन खुलेगी।
Step 3: “govt sponsored scheme” विकल्प पर क्लिक करने के बाद, नाबार्ड की सभी स्कीमों की एक सूची दिखाई जाएगी। यहां, “Dairy Entrepreneurship Development Scheme (DEDS)” विकल्प पर क्लिक करें।
Step 4: DEDS Scheme के विभिन्न वित्त वर्षों की लिंक दिखाई जाएगी। आप अपनी आवश्यकता के हिसाब से विकल्प चुनें और यहां से आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें। फॉर्म भरकर उसे अपने नजदीकी बैंक में जमा करें।
Note: फॉर्म जमा करते समय, यह जरूर देखें कि आप साथ में ऊपर बताए गए सभी आवश्यक दस्तावेज लेकर जा रहे हैं।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के लिए ऑफलाइन आवेदन Offline Apply कैसे करें
यदि आप डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) के लिए ऑफलाइन आवेदन Offline Apply करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए इन निर्देशों का पालन करें:
- अपने इलाके में जाने की कोशिश करें और देखें कि कौन सा बैंक नाबार्ड बैंक से संबंधित है।
- उसके बाद, उस बैंक की शाखा में जाएं।
- बैंक के शाखा प्रबंधक से मिलें और डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana) का आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।
- आवेदन फॉर्म में पूछी गई जानकारी को सावधानीपूर्वक भरें और आवश्यक दस्तावेजों को संलग्न करें।
- उसके बाद, बैंक शाखा के द्वारा आपके सभी दस्तावेजों की जाँच की जाएगी और फिर आपका आवेदन अनुमोदित किया जाएगा।
- आवेदन को अनुमोदित होने के बाद, लोन की राशि को सीधे आपके बैंक खाते में जमा कर दिया जाएगा, और साथ ही सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी भी मिलेगी।
FAQs डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy udyamita Vikas Yojana)
डेयरी उद्यमिता विकास योजना Dairy udyamita Vikas Yojana क्या है?
डेयरी उद्यमिता विकास योजना एक सरकारी योजना Dairy udyamita Vikas Yojana DEDS है जो किसानों और पशुपालकों को डेयरी व्यापार में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसके तहत, उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए लोन और सब्सिडी प्रदान की जाती है।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना Dairy udyamita Vikas Yojana के लाभ क्या हैं?
डेयरी उद्यमिता विकास योजना Dairy udyamita Vikas Yojana से लोन प्राप्त करने पर आपको सरकार से सब्सिडी मिलती है, जिससे आपका व्यापार मजबूत होता है और अधिक मुनाफा कमाने में मदद मिलती है। इसके अलावा, रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना Dairy udyamita Vikas Yojana के लिए आवेदन कैसे करें?
डेयरी उद्यमिता विकास योजना Dairy udyamita Vikas Yojana के लिए आवेदन को ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन के लिए नाबार्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और ऑफलाइन आवेदन के लिए नजदीकी नाबार्ड बैंक शाखा में जाएं।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना Dairy udyamita Vikas Yojana आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
डेयरी उद्यमिता विकास योजना Dairy udyamita Vikas Yojana के आवेदन के साथ आपको आवश्यकता हो सकती है आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र, बैंक सिविल रिपोर्ट, जमीन का कागज, जाति प्रमाण पत्र, इनकम टैक्स रिटर्न आदि की।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना Dairy udyamita Vikas Yojana से लाभ कैसे मिलता है?
डेयरी उद्यमिता विकास योजना Dairy udyamita Vikas Yojana के तहत लोन पर सरकार 33% की सब्सिडी प्रदान करती है। साथ ही, यदि आप एससी-एसटी वर्ग से हैं, तो अधिक सब्सिडी भी मिलती है। इससे आपका व्यापार सुरक्षित होता है और अधिक मुनाफा होता है।