Bhavishya Malika: भारत मे इस समय “भविष्य मालिका” नाम के एक पुराण की चर्चा बहुत जो शोर से हो रही है। इस ग्रंथ “Bhavishya Malika” में कलयुग के अंतिम काल खंड और युग बदलने को लेकर अनेक भविष्यवाणियां की गई हैं जो की एकदम सटीक साबित हुई हैं।
भविष्य मालिका में वो लक्षण भी बताए गए हैं, जिससे हमें भविष्यवाणियों का सटीक अंदाजा लगया जा सकता है। कलयुग के अंत के विषय में भविष्य मालिका “Bhavishya Malika” में काफी विस्तार से लिखा गया है
क्या है भविष्य मालिका – Bhavishya Malika Kya Hai?
Bhavishya Malika in Hindi की यह भविष्यवाणियां आज के समय से संबंधित हैं। “भविष्य मालिका” की हैरान करने वाली भविष्यवाणियों में महाविनाश, तीसरा विश्व युद्ध कलयुग का अंत और कल्कि अवतार जैसी बातों का वर्णन किया गया है। यह ग्रंथ 500 वर्ष पूर्व उड़ीसा में जगन्नाथ के पास जन्में संत अच्युतानंद महाराज द्वारा लिखा गया है जिसे ‘भविष्य मालिका‘ नाम से जाना जाता है।
किसने लिखी हैं भविष्य मालिका Bhavishya Malika की भविष्यवाणियां?
आज से लगभग 500 साल पहले लगभग 16वीं सदी में उड़ीसा में पांच महासंत हुए थे। इन सभी समकालीन संतों के समूह को ‘पंचसखा‘ के नाम से जाना जाता था। इन संतों के नाम
- संत अच्युतानंद दास जी,
- संत अनंत दास जी,
- संत जसोबंता दास जी,
- संत जगन्नाथ जी और
- संत बलराम दास जी था।
इन पांच संतों ने उड़ीसा की वैष्णव परंपरा में आध्यात्मिक साहित्य और दर्शन शास्त्र को एक नया रूप दिया था। इन्हीं संतों में से एक प्रमुख संत अच्युतानंद के पास त्रिकाल दर्शी अर्थात भूतकाल, वर्तमान और भविष्यकाल को देख लेने की अद्भुत शक्ति थी।
इन्हीं पंच सखा संतों ने भविष्य मालिका Bhavishya Malika की रचना ताड़ के पत्तों पर की थी. भविष्य मालिका ग्रंथ में कई बहुत बड़ी भविष्यवाणियां की गई हैं। इसमें सबसे अधिक इस भविष्य विषय पर 318 पुस्तकें संत अच्युतानंद दास जी के द्वारा लिखी गई हैं।
कौन है संत अच्युतानंद who is Saint Achyutananda :
कहते हैं कि अच्युतानंद जी महाराज जन्म से गोपाल यादव थे। अच्युतानंद महाराज का जन्म उड़िसा के तिलकाना गांव में हुआ था। उस समय वहाँ के राजा पुरुषोत्तम देवा थे। अच्युतानंद महाराज के काल को विद्वानों द्वारा 1480 और 1505 के बीच कहीं माना जाता है। अच्युतानंद माता का नाम पद्मावती और उनके पिता का नाम दीनबंधु खुंटिया था। अच्युतानंद जी के दादा गोपीनाथ मोहंती जगन्नाथ मंदिर में एक मुंशी थे।
कहा जा रहा है कि संत अच्युतानंद संत चैतन्य महाप्रभु के मित्र भी थे। वह आध्यात्मिकता और साहित्य पंचसखा ) के प्रसिद्ध पांच मित्रों में से एक थे। इन पंच महासख ने ही ओडिशा के लोगों के लिए प्राचीन हिंदू संस्कृत ग्रंथों को ओड़िया भाषा में ट्रांसलेट किया था। उन्होंने कई विषयों पर किताबें लिखी है।
संत अच्युतानंद के बारे में कहा जाता है कि उनकी पुस्तक में उनके खुद के अनेक जन्मों का विवरण भी है। सतयुग में अच्युतानंद एक महर्षि थे। त्रेता में नल नामक वानर बनकर उन्होंने श्रीराम की सेवा की और द्वापर में अच्युतानंद ने सुदामा बनकर उन्होंने श्रीकृष्ण की भक्ति की। वहीं कलयुग में दास बनकर श्रीकृष्ण भक्ति के प्रचार में सहयोग किया।
भविष्य मालिका की भविष्यवाणिया Bhavishya Malika Prophecy in Hindi
भविष्य मालिका (Bhavishya Malika) में कलयुग के अंतिम काल और युग के बदलने को लेकर अनेक सटीक भविष्यवाणियां की गई हैं, जो अभी के समय से संबंधित हैं। सबसे पहले कलयुग का अंत होगा, महाविनाश होगा, तीसरा विश्व युद्ध होगा और फिर कल्कि अवतार होगा।
भविष्य मालिका (Bhavishya Malika) में कलयुग का अंत, महाविनाश, प्राकृतिक आपदा और विश्व युद्ध को लेकर पहचानने लायक बहुत साक्ष्य दिए है जिससे हमें मलिका के भविष्यवनियो का सत्यता और सटीकता का अंदाजा आजायेगा।
1. भविष्य मालिका में कलयुग के अंत के लक्षण Hints of end of Kaliyuga in Bhavishya Malika
संत अच्युतानंद दास ने कलयुग के अंत के लक्षणों को भविष्य मालिका Bhavishya Malika के भविष्य वाणि में बहुत विस्तार से लिखा है जैसे धर्म का नाश, सामजिक अस्तिरता, पाप का स्वीकार और भ्रष्टाचार, व्यभिचार,
- लोग ईश्वर और धर्म को भूल जाएंगे और धर्म के खिलाफ बोलना शुरू कर देंगे संसार में धर्म और ईश्वर को मानने वाले लोग बहुत कम रह जाएंगे।
- समाज में बड़ो, बुजुर्गों और अध्यापकों का सम्मान नहीं रहेगा ।
- धर्म के नाम पर पाखंडी धर्मगुरु और बाबा लोग लोगों को बेवकूफ बनाने व ठगने का काम करेंगे।
- फर्जी बाबाओं के हाथों लोगों को ठगे लूटे जाने की घटनाएं भी आम होती जायेंगी।
- लोग अपनी संस्कृति, धर्म और सभ्यता को भूल जाएंगे शिक्षा को महत्व नहीं देंगे।
- लोग भ्रष्टाचार, पाप और अपराध के रास्ते धन कमाएंगे भ्रष्टाचार के मामले सामने आएंगे।
- अपराधी खुलेआम विध्वंसक खतरनाक हथियार लेकर घूमेंगे और इनका इस्तेमाल भी करेंगे।
- विवाहित व कुँवारे स्त्री और पुरुष दोनों अनैतिक संबंध और व्यभिचार को अपनाने लगेंगे।
- कलयुग के अंत से थोड़ा पहले खाने के सामान की कमी होगी, बीमारियां, दुर्घटनाएं बढ़ जाएगी, जिसकी वजह से सामान्य लोगों में असंतोष फैलेगा और बहुत जगह लोग सरकार के खिलाफ विद्रोह कर देंगे।
2. भविष्य मालिका Bhavishya Malika में महाविनाश के लक्षण
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के मुताबिक, जब किसान कृषि में रुचि लेना बंद कर देंगे और जंगली जानवर गांव और शहरों में घुसना शुरू कर देंगे, तब समझ लेना चाहिए कि वहां अब महाविनाश निकट है। लोग जानते ही होंगे कि जब भूकंप या कोई भी बड़ी प्राकृतिक आपदा आने वाली होती है, तो उसका सबसे पहले आभास जानवरों को हो जाता है।
- किसान बारिश से निराश हो जाएंगे और खेती का काम करना छोडने लगेंगे, आत्महत्या करने लगेंगे।
- दुनिया भर में गर्मी बढ़ जाएगी, सूखा पड़ने से जंगलों और फसलों का विनाश होगा।
- जगन्नाथ पुरी मंदिर का बड़ा पत्थर गिरेगा। मंदिर का झंडा भी कई बार गिरेगा।
- जगन्नाथ पुरी मंदिर त्रिदेव के ऊपर जो कपड़ा है उसमें आग लग जाएगी और मंदिर की परंपराओं में अव्यवस्था होगी।
- उड़ीसा में पुरी के आखिरी राजा गजपति महाराज नाम से होंगे।
- उड़ीसा में तूफान और चक्रवात आएगा जिससे पुरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर कल्पवृक्ष यानी पवित्र बरगद का पेड़ टूट जाएगा, इसके बाद दुनिया में लोगों के अकालमृत्यु मरने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
- साइक्लोन की हवा से बर्बादी फैल जाएगी और लोग तेज हवाओं की आवाज से ही डर जाएंगे।
- जंगली जानवर और सांप, पशु जंगल छोड़कर गांवों और शहरों में घरों पर हमला करेंगे।
- भगवान जगन्नाथ का अपमान होगा तथा मुख्य मदिर का झंडा कई बार गिरेगा।
- भारत का आखिरी राजा यानि प्रधानमंत्री एक शक्तिशाली हिंदू शासक होगा।
नई बीमारियां और महामारियाँ फैलेगी और उनका डॉक्टर के पास भी कोई इलाज नहीं होगा (जैसा की हाल मे ही को’रोना जैसी महामारी मे देखा गया ) महामारियो की वजह से लाखों की तादाद में लोग मृत्यु को प्राप्त करेंगे, लोग अंतिम संस्कार करने भी नही जाएंगे और कई शव तो घर में ही पड़े रह जाएंगे। दुनिया भर के लोगों का दिमाग अशांत रहेगा दवाइयों से महामारी रोकने की बजाय और बढ़ जाएंगी।
3. भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार प्राकृतिक आपदा 2020 से 2027 बीच मचायेंगी तबाही
भविष्य मालिका Bhavishya Malika कहती है की दुनिया में अनेको भागो में प्राकृतिक आपदा तबाही मचाते दिखाई देंगी। कई देशो में बड़े भुकंप आएंगे तो कही जानलेवा सुनामी। कही बहुत ज्यादा बारिश से बाढ़ होंगी तो कही भयंकर सुखा पड़ेगा। लोग पानि के लिए तरस जायेंगे। मोसम का चक्र पुरी तरह टूट जाएगा जिससे धरती पर बहुत ज्यादा गर्मी बढ जाएगी।
- साल 2022 से 2027 तक प्राकृतिक आपदाएं भारत समेत दुनियाभर के लोग झेलेंगे वह अकल्पनीय और खतरनाक होगा।
- पृथ्वी का तापमान बढ़ जाएगा और गर्मी इतनी पड़ेगी कि कई लोगों की जान चली जाएगी 2024 दुनिया में आज तक का सबसे गर्म साल होगा।
- धरती के ध्रुवों और हिमालय के कई ग्लेशियर टूट जाएंगे, ध्रुवों पर जमी बर्फ तेजी से पिघलेगी।
- दुनियाभर में नदियों का पानी कम होने लगेगा और भूजल कम हो जाने से पीने के पानी की कमी होगी, खेती का नुकसान होगा, किसान संकट मे आ जाएंगे।
- धरती का ऋतु चक्र बदल जाएगा, ऋतु चक्र का कोई ज्ञान इंसानों के किसी काम नहीं आएगा।
- दुनिया के कई शहरों और गांवों में प्रदूषण, बाढ़, सूखे से बर्बादी होगी।
- जल प्रलय की वजह से जंगली जानवर गांवों और शहरों में घुस आएंगे, बांध टूट जाएंगे इस वजह से कई लोगों की मृत्यु हो जाएगी।
- समुद्र जलस्तर बढ़ने से दुनियाभर में तटवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों की जान को खतरा बनेगा और कई तटीय इलाकों की जमीन समुद्र में विलीन हो जाएगी।
- साल 2023 में धरती पर कई बड़े भूकंप आएंगे, जो त्रासदी का रूप ले लेंगे यह भूकंप हर महीने आने शुरू हो जाएंगे और लगातार चलते रहेंगे ।
- भूकंप की वजह से बड़े नुकसान देखने को मिलेंगे।
- दुनिया के उत्तरी गोलार्द्ध मे कई छोटे-बड़े जंगलों में आग लग जाएगी। दुनिया भर के जंगलों में हर साल भीषण आग लगने की घटनाएं आम होती जाएंगी।
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार पृथ्वी पर बहुत सारी प्राकृतिक आपदाओं से ट्रसदी आ जाएगी जिस से जीवन हानि होगी।
4. जाने कब होगी भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार तीसरे विश्व युद्ध की शुरुवात
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार जब धीरे-धीरे कर दुनिया में प्राकृतिक आपदाएं बढ़ जाएँगी, तो दूसरी ओर शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने पर तीसरे विश्व युद्ध की शुरुवात हो जाएगी। तीसरे विश्व युद्ध की नीव 2022 में ही रखी जाएगी और 2025 में भीषण युद्ध में तब्दील हो जाएगी।
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार यह टकराव महाशक्तिशाली देशो के बीच होगा। यह विश्वयुद्ध 6 साल 6 महीने चलेगा। इससे दुनिया दो गुटों में बट जाएगी। तीसरा विश्वयुद्ध इतना भयंकर कर होगा कि लोग आत्महत्या करने पर विवश हो जायंगे।
तीसरा विश्वयुद्ध दुसरे विश्वयुद्ध से बहुत ही अलग होगा। इसमे धरती पर उत्तर से दक्षिण तक और पूर्व से लेकर पश्चिम तक केवल युद्ध ही युद्ध शुरु होगा। भारत इस तीसरे विश्वयुद्ध मे अंत के 13 महीने में शामिल होगा और भीषण युद्ध करेगा जिससे अत्यंत जनहानी होगी।
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार तीसरा विश्वयुद्ध देशों के बीच आपसी सीमा विवाद, वर्चव, धार्मिक कट्टरता, भुखमरी और आंतरिक गृहयुद्ध के कारण होगा। इस युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल होगा, इस वजह से धरती पर ज्यादातर लोगों की मौत होगी और कुछ ही लोग जीवित बच पाएँगे। इंसानियत केवल नाम रह जायेगा और खुश हाल धरती आज तक की सबसे भीषण त्रासदी देखेगी।
5. क्या आसमान में दिखेंगे दो सूरज?
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार आसमान में दो सूरज होने जैसा आभास होगा। एक तो सूरज ही होगा और दूसरा कोई आसमानी चमकती वस्तु होगी। यह चमकती वस्तु कोई उल्कापिंड या फिर धूमकेतु भी हो सकती है जो दूसरे सूर्य के होने का अनुभव करवाएगी। भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार यह धूमकेतु तब गिरेगा जब भारत में युद्ध की स्थति चल रही होगी। धरती पर उल्कापिंड एक भयावह घटनाए होगी, जब यह उल्कापिंड दिन के समय में हिंद महासागर बंगाल की खाड़ी में गिरेगा। इससे एक बड़ी सुनामी आएगी और इस बड़ी सुनामी में ओड़िसा के 6 जिले जलमग्न हो जाएंगे। यही वह समय होगा जब जगन्नाथ मंदिर तक पानी पहुँच जाएगा।
6. क्या भगवान जगन्नाथ जायँगे छतिया बाटा ?
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार सुनामी के कारण जगन्नाथ पुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर की बाइसवीं सीडी तक बाढ़ का पानी आ जाएगा। इस पानी में समुद्री मछलियां भी होंगी और ये लहरें श्री जगन्नाथ मंदिर के नील चक्र के ऊपर से निकल जाएँगी। इसलिए उड़ीसा में भगवान जगन्नाथ को उनके भक्तजन पूरी से जाजपुर जिले में कटक से 30 किलोमीटर दूर छतिया बाटा ले जाएँगे।
7. क्या चीन और 13 इस्लामिक देशो का होगा भारत पर हमला ?
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार जब शनि मीन राशी में प्रवेश करेगा उसी समय दुनिया तीसरे विश्व युद्ध का महाविनाश प्रारंभ हो जाएगा। कभी मार्गी और कभी वक्री होकर शनि 29 मार्च 2025 से 23 फरवरी 2028 तक मीन राशि में ही रहेंगे। इसी समय में भारत भी विश्व युद्ध में शामिल हो जाएगा। इस युद्ध का मुख्य कारण होगा भारत के उत्तर पूर्व और दक्षिण पश्चिम राष्ट्रों द्वारा भारत की संप्रभुता पर हमला।
जब भारत धार्मिक रूप से आंतरिक समस्या से जूझ रहा होगा, तब भारत में मिलिट्री शासन लगा होगा । उसी समय तभी चीन और पाकिस्तान जैसे अपने देश की हालत सुधारने के लिए भारत पर हमले की योजना बनायेंगे। चीन कूटनीति की खतरनाक साजिश रचेगा अपने ऋणों तले दबे और पाकिस्तान सहित अन्य 12 इस्लामिक देश को धार्मिक आधार पर भारत के विरोध में लाने में सफल हो जाएगा।
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार भारत कुल 13 महीने यह महा युद्ध लड़ेगा। जब पाकिस्तान समेत 13 इस्लामिक देश चीन के नेतृत्व में भारत पर हमला करेंगे। शुरुअत में इन देशो को क्षणिक सफलता मिलेगी जिससे भारत का एक बहुत बड़ा हिस्सा दुश्मन के अधिकार में चला जाएगा। इस युद्ध के दौरान ही भारत के कई शहरो पर परमाणु हमले किए जा सकते हैं, लेकिन भारत किस प्रकार इस भीषण हमले से बच जाएगा यह एक गुप्त रहस्य है।
लेकिन भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार भारत की सेना सटीक रणनीति के तहत बहुत ही शीघ्र दुश्मन देशो पर शक्तिशाली और भयानक प्रतिघात करेगा। जिससे दुश्मन चकित रह जाएगा और उन देशो में हाहाकर मच जाएगा और वह केवल एक दुसरे के भरोसे ही रह जाएगे।
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार इस तरह अंततः भारत इस युद्ध को जीत लेगा। न केवल युद्ध जीत लेगा बल्कि अखंड भारत भी एक हकीकत बनेगा। चीन के कई टुकडे हो जायेंगे, तिब्बत भारत का हिस्सा बनेगा और बचे 12 इस्लामिक देश अपना अस्तित्व खो देंगे और वह अखंड भारत का हिस्सा बनेगा।
इन भविष्यवाणियों के अनुसार भारत पहले 5 साल 5 महीने तक तीसरे विश्वयुद्ध में शामिल नहीं होगा लेकिन जब भारत पर हमला होगा तब 13 महीने के बाद भारत को युद्ध में शामिल होना ही होगा। यह विश्वयुद्ध कुल 6 साल 6 महीने चलेगा चलेगा और इसी समय भारत में मिलिट्री शासन लगेगा।
8. कब होगा भगवान कल्कि अवतार और युद्ध विराम ?
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार भारत पर हुए हमले से लोग परेशान हो जाएँगे और दुश्मन सेना चारो वोर से भारत को और जगनाथ पुरी को घेर लेंगी। इसी समय भारत में गृहयुद्ध अपने अंतिम चरण पर पहुँच जाएगा और भारत में सैन्य शासन ( मार्शल लॉ ) लगेगा।
दुश्मन सेना भारत आस्था केंद्र राम मंदिर और बंगाल का काली मंदिर पर हमला करेंगे। इस सुनियोजित हमले मे राम मदिर को नुकसान होंगा। भारत के शहरों मे आकाश बारूंदी धुवे से काला हो जायेगा। भारत कि राजधानी दिल्ली पर ताबड़तोड बारूंदी हमला किया जायेगा और इसलीए भारत को कर्नाटक में नई राजधानी घोषित करनी पडेगी।
भारत मे चीनी सैनिक उत्तर पूर्व से और उसके सहयोगी देशों के सैनिक केरल, बंगाल और ओडिसा से भारत मे घुसेंगे। इस युद्ध में भारी रक्त पात होगा और कई लोग मृत्यु प्राप्त करेंगे। भारत में चारो वोर केवल विनाश ही विनाश दिखाई देने लगेगा।
इसलिए बचे हुए लोग भगवान से इस हमले से बचने की गुहार लगाएँगे। तब इस घटनाक्रम में एक नया मोड़ आएगा और भगवान विष्णु के दसवें महाअवतार भगवान कल्कि सभी के सामने आएँगे।
दुश्मनों पर विष्णु अवतार कल्कि भगवान कहर बनकर टूट पडेगे इससे दुश्मनों में खलबली मच जाएगी वे एक के बाद एक बड़ी हार प्राप्त करेंगे।
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार भारत का हमला इतना सटीक होगा कि चीन और पाकिस्तान घुटनोपर आजायेंगे और इस तरह भारत युद्ध विजयी हो जाएगा। भविष्य मालिका Bhavishya Malika की भविष्यवाणी के अनुसार कल्कि अवतार जन्म हो चुका है और वह अभी भी किसी गुप्त स्थान पर है।
9. भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार अखंड भारत और युग परिवर्तन
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार विश्व युद्ध के बाद सीमाए बदल जाने की वजह से दुनिया में कुल 111 देश ही बचे होंगे और विश्व की आबादी केवल 60 (अनुमाणित आकडा) करोड़ मात्र रह जाएगी। बाकि बचे लोग सनातन धर्म का स्वीकार कर लेगे तथा भारत इन सभी देशों को नए युग में ले जाएगा और विश्व का नेतृत्व भी करेगा। अखंडभारत की शासन व्यवस्था अलग और उन्नत होगी और लोकतंत्र से भी उत्तम व्यवस्था कायम होगी और पुरे विश्व में शांति की स्थापना भारत द्वारा की जाएगी।
10. क्या भारत का आखिरी राजा एक हिंदू शासक होंगा
भविष्य मालिका Bhavishya Malika के अनुसार ओडिशा में पूरी के आखरी राजा गजपति महाराज होंगे और वही समयकाल भारत के आखिरी जननायक यानि प्रधानमंत्री का भी होगा। यानी भारत के आखिरी PM को भी इसी समय काल में होना है। भारत का आखरी राजा एक शक्तिशाली हिंदू शासक, योगी पुरूष होंगा और उसकी कोई संतान नहीं होगी।
तो दोस्तों आपको क्या लगता है भविष्य मालिका Bhavishya Malika की भविष्यवाणी कितनी सच साबित हो रही है? और यह कितिनी सटीक है। अब अगर बात की जाए इसकी भविष्य वाणी की सटीकता की, तो 500 साल पहले कोन बता सकता था पाकिस्तान नाम का भी कोई देश अस्तित्व में आयेगा और इतने सारे इस्लामिक देश भी होंगे।
इसको मानना न मानना यह आपकी ग्रहण शक्ती पर निर्भर करता है। हमारा कार्य आपके सामने इस बहुचर्चित मुद्दे के कुछ तथ्य, कहानियाँ, दावे और भविष्यवाणी लाना था। हमें उम्मेद है की आपको यह लेख पसंद आय होगा।
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