Hopper Disease in Mustard : किसान साथियों, नमस्कार। इस समय, सरसों की फसल में फूलों का आगमन हो रहा है और कुछ किसानों की फसलों में फलियां बनने लगी हैं। इस समय का मौसम रात्रि में ठंडा और दिन में थोड़ा गरम है, जिससे सरसों की फसल में तेला चेपा और माहू कीट Hopper Disease in Mustard का प्रकोप हो रहा है।
हर वर्ष और हर क्षेत्र में इस रोग का सामना किसानों को करना पड़ता है। गेहूं की फसल में भी यह कीट अधिक मात्रा में पाई जाती है। आइए, जानते हैं कि तेला चेपा या माहू कीट Hopper Disease in Mustard को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है और इसमें कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए।
सरसों में माहू कीट Hopper Disease in Mustard (तेला चेपा) की पहचान
माहू कीट (तेला चेपा) की पहचान आसानी से की जा सकती है। इस रोग में, सरसों की ऊपरी डंडी पर छोटे-छोटे कीट दिखाई देते हैं, जो झुंड में रहते हैं और पौधे का रस चूस कर हमारी फसल को नुकसान पहुंचाते हैं।
इन कीटों का रंग हलका हरा होता है, जिससे उपज में नुकसान होता है और किसानों को आर्थिक हानि होती है।
सरसों में माहू कीट(तेला चेपा) के लिए कब स्प्रे करें
किसान साथियों, हमें फसल पर खर्च को कम करके आमदनी को बढ़ाना चाहिए। बिना सोचे समझे किसी भी स्प्रे का उपयोग करने से पहले हमें ध्यान से विचार करना चाहिए। सरसों की फसल में माहू कीट Hopper Disease in Mustard के खिलाफ स्प्रे करने से पहले, हमें यह देखना चाहिए कि क्या हमारी फसल में माहू कीट की ज्यादातर संख्या कहीं दिखाई दे रही है।
अगर हमारे 100 से 150 पौधों में माहू कीट Hopper Disease in Mustard की ज्यादातर संख्या है, तब ही हमें स्प्रे करना चाहिए। इससे हम आर्थिक नुकसान से बच सकते हैं और फसल को सुरक्षित रख सकते हैं। ध्यान रखें, स्प्रे करने से पहले मित्र कीटों की सुरक्षा के लिए विचार करना भी महत्वपूर्ण है।
सरसों में माहू कीट(तेला चेपा) की रोकथाम के लिए उपाय
सरसों में माहू कीट (तेला चेपा) Hopper Disease in Mustard को नियंत्रित करने के लिए हमें सिस्टमेटिक कीटनाशकों का इस्तेमाल करना उत्तम रहता है। यह कीट कांटेक्ट कीटनाशकों से सही से नियंत्रित नहीं होती है, इसलिए हमें नीचे दिए गए कुछ कीटनाशकों का उपयोग करना चाहिए:
- नीम केक:
- नीम केक को भूमि में मिला कर माहू कीट के खिलाफ सुरक्षा कर सकते हैं।
- थायमेथॉक्सम 25% WG:
- थायमेथॉक्सम 25% WG का इस्तेमाल भी माहू कीट को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
- इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL:
- इसे भी सिस्टमेटिक रूप से लागू किया जा सकता है जो माहू कीट को रोकने में मदद करता है।
- थाइमेथॉक्सम + लैम्बडा सायहालोथ्रिन 25% WG:
- यह एक प्रभावी न्यूरोटॉक्सिन है जो कीटनाशक के रूप में कार्य कर सकता है।
कृपया ध्यान दें कि किसी भी कीटनाशक का इस्तेमाल करने से पहले उचित सलाह लें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
किसान भाइयों, यदि आप चाहते हैं कि आप कीटनाशक के साथ किसी फंगीसाइड का भी स्प्रे करें, तो आप इसके लिए हारु (टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% डब्लू.जी) 500 ग्राम प्रति एकड़ प्रयोग कर सकते हैं। इससे सरसों में सबसे अच्छे परिणाम मिलते हैं।
आपको इस जानकारी से कैसा अनुभव हुआ, कृपया कमेंट के माध्यम से ज़रूर बताएं, और इसे और भी अधिक किसान भाइयों तक पहुँचाने में हमारी मदद करें। धन्यवाद!
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