आज के युग में, किसानों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे यह सत्यापित करें कि वे उर्वरक और बीज जो वे उपयोग कर रहे हैं, वास्तविक हैं। प्रत्येक फसल के लिए उचित पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है।
नकली उर्वरक और बीज फसल की उत्पादकता को कम करते हैं और गुणवत्ता को भी प्रभावित करते हैं। इसलिए, किसानों को जैविक खाद जैसे विश्वसनीय उर्वरक का चयन करना चाहिए।
असली सुपर फास्फेट की पहचान के लिए इसके दाने भूरे और काले होते हैं। कुछ दानों को गरम करके पहचान करें। असली सुपर फास्फेट फूलता नही है, जबकि नकली सुपर फास्फेट फूल जाता है।
असली पोटाश सफेद और कड़ा होता है, जैसे नमक और लाल मिर्च का मिश्रण। कुछ दानों को नम करें। अगर वे नहीं चिपकते हैं, तो यह असली हो सकता है।
बुआई से पहले बीजों की जांच करना आवश्यक है। विशेषज्ञों का कहना है कि 80-90% अंकुरण दर वाले बीजों को अधिकतम प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
किसान बीज प्रमाणीकरण प्रयोगशालाओं में नि:शुल्क जांच करा सकते हैं, ताकि वे बीजों की अंकुरण क्षमता को मान सकें।
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